सीतामढ़ी: सक्षम बिहार, स्वाबलंबी बिहार अंतर्गत स्वच्छ गांव समृद्ध गांव के उद्देश्य प्राप्ति के लिए ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के माध्यम से गांव में साफ सफाई में सुधार लाकर उन्हें ओडीएफ प्लस गांव बनाना है।
इस कार्य हेतु स्वच्छ भारत मिशन लोहिया और स्वच्छ बिहार अभियान के तहत राज्य के सभी ग्राम पंचायतों में स्वच्छ गांव समृद्ध गांव की परिकल्पना को साकार किया जाना है। सरकार के दिशा निर्देश के आलोक में इस कार्य हेतु सीतामढ़ी के जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा खुद फावड़ा लेकर साफ-सफाई के इस अभियान में हाथ बटाते दिखाई दिए और सुरसंड के बनौली पंचायत में अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई की नींव रखने का काम किया ।
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यह परिकल्पना बेहतर तरीके से साकार हो सके और आम लोगो में स्वच्छता का संदेश बेहतर तरीके से जा सके इसके लिए खुद फावड़ा लेकर कार्य में करते दिखाई दिए। जिला पदाधिकारी के इस पहल को देखते हुए लोगों में स्वच्छता को लेकर एक बेहतर संदेश गया।
सीतामढ़ी जिले के सुरसंड प्रखंड अंतर्गत बनौली पंचायत में अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई की शुरुआत करने के बाद डीएम ने स्थानीय लोगो से भी बात की और उनकी परेशानियों को जानने का प्रयास किया ।
इस दौरान उन्होंने पंचायत में चल रहे विकास योजनाओं के बारे में लोगो से जानकारी ली। इतना ही नहीं उनको अपने आस पास के इलाके को साफ सुथड़ा रखने की अपील की।
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इस अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई की लागत 7 लाख रुपये है जो मनरेगा द्वारा निर्माण कराया जायेगा , जिसमें एक ऑफिस के साथ एक स्टोर रूम एक बाथरूम तीन मॉडल टैंक की व्यवस्था कराई गई है।
इस व्यवस्था अंतर्गत गीला कचरा को वैज्ञानिक तरीके से खाद बनाने का कार्य किया जाएगा साथ में अलग-अलग स्टोरेज चेंबर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें प्लास्टिक, शीशा, लोहा, टीना आदि रखे जायेंगे। इतना ही नहीं दो अलग अलग प्लेटफार्म का निर्माण कराया जाना है जहा गीला और सुखा कचड़ा अलग अलग रखने का काम किया जायेगा ।
मौके पर पंचायत के स्थानीय जनप्रतिनिधि, उप विकस आयुक्त विनय कुमार, ओएसडी प्रशांत कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी देवेंद्र कुमार, अंचलाधिकारी संजय कुमार के साथ पंचायत के ग्रामीण उपस्थित थे।