बिहार और उत्तर प्रदेश में भोजपुरी फ़िल्म और गाना सुनने और देखने वालों की संख्या सबसे अधिक हैं। धीरे-धीरे अब विदेश में भोजपुरी गाना बजने लगा हैं। भोजपुरी में एक पर एक सुपरस्टार भी हैं। लेकिन आज हम एक ऐसे भोजपुरी अभिनेता के बारे में बताएंगे जो कभी उनके पास शादी करने के लिए पैसे तक नहीं थे लेकिन आज वह सुपरस्टार हैं ।
हम बात कर रहें है आज के दौर के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव के बारे में, खेसारी लाल यादव भले ही आज सुपरस्टार है लेकिन उन्होंने काफी संघर्ष किया हैं।
भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान रखते हैं।
खेसारी का नाम भोजपुरी सिनेमा के टॉप एक्टर्स की लिस्ट में शुमार है। खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) ने यह खास मुकाम अपने मेहनत के दम पर हासिल किया है। इसके पीछे उनका लंबा संघर्ष रहा है। उन्होंने अपने करियर के शुरुआती वक्त में कई चुनौतियों का सामना किया लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानीं।
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जीवन परिचय
सत्रुघ्न कुमार यादव जिन्हें अब खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) के नाम से जाना जाता हैं। इनका जन्म 15 मार्च 1986 को बिहार के छपड़ा जिले के रसूलपुर चट्टी में हुआ था। इनका शादी 2006 में हुई थी। पत्नी का नाम चंदा देवी हैं। दो बच्चे भी हैं।
लिट्टी चोखा बेचने तक का सफर
गरीबी के कारण पैसों की तंगी थी इसलिए उन्होंने लिट्टी चोखा बेचना शुरू किया, जिसमे उनकी पत्नी चंदा उनका हाथ बटाती थी। खेसारी लाल भोजपुरी फिल्मो में एक्टिंग के साथ साथ सिंगर भी बनना चाहते थे, जिसके चलते जिसके चलते उन्होंने भोजपुरी एलबम्स में गाना शुरू किया, और उनकी आवाज को लोगों ने इतना पसंद किया की वही इतने Popular हुए की सभी जगह इन्ही का गाना गूंजने लगा।
उनके शादी से जुड़ी बहुत से बातों की खूब चर्चा होती रहती है उन्होंने शादी से जुड़ी भी कई बातें भी शेयर की थीं। उन्होंने बताया कि शादी के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। बेटी शादी करने के लिए उनके ससुर ने अपनी भैंसे तक बेच दी थी। हालांकि, चंदा से शादी के बाद खेसारी की किस्मत बदल गई। आज खेसारी के पास सबकुछ है। छोटी-छोटी चीजों के लिए तरसने वाले खेसारी आज करोड़ों के मालिक बन चुके हैं।
संगीत सफर
अपने शुरुआती दिनों में वह रामायण और महाभारत में गाते थे। उनका पहला एल्बम 2008 में जारी किया गया था। कुछ शुरुआती प्रसिद्ध गाने सईयां अरब गईले ना, पियावा रहे सऊदी रे भाऊजी, माल मेला में भेटाई है। 2014 में, उन्होंने कोयलांचल के गाने "AK-47" से एक गायक के रूप में बॉलीवुड में पदार्पण किया। 2016 में उन्होंने ग्लोबल बाबा फिल्म के लिए अपना दूसरा बॉलीवुड गाना "होली में उड़े गुलाल" गाया था। 2017 में, उन्होंने सबरंग फिल्म अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक का पुरस्कार जीता। उस वर्ष उनके उल्लेखनीय गीत थे “कावना देवता के गढ़ल सवाराल” और “जान गइनी ए हो जान” 2018 में, उन्होंने सबसे लोकप्रिय गीत "ठीक है" में से एक में रिलीज़ किया। 2020 में, उन्होंने अपना तीसरा बॉलीवुड गाना और सोनी म्यूजिक इंडिया द्वारा निर्मित "लड़की पटाना" रिलीज़ किया।
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फिल्मी सफर
खेसारी लाल यादव की गाना हिट होने से और बॉडी और पर्सनलटी अच्छी होने के कारण खेसारी लाल ने साल 2011 में फिल्म 'साजन चले ससुराल' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म में काम करने के लिए खेसारी को केवल 11 हजार रुपये मिले थे। लेकिन आज की तारीख में उनका नाम भोजपुरी सिनेमा के सबसे महंगे अभिनेताओं में शामिल है। "साजन चले ससुराल" मूवी इतनी ज्यादा हिट हुई की, खेसारी लाल यादव को लगातार एक से एक बेहतरीन भोजपुरी फिल्मो में लीड एक्टर का रोल मिला। आज खेसारी लाल यादव भोजपुरी फिल्म जगत के रोल मोडल के रूप में उभरे है।
बता दें कि खेसारी लाल अब भोजपुरी सिनेमा का बड़ा नाम हैं। वो न सिर्फ अपने अभिनय से बल्कि अपने गायकी को लेकर भी लोगों के दिलों पर राज़ करते हैं। खेसारी इंडस्ट्री को एक से बढ़कर सुपरहिट भोजपुरी गाने देते रहते हैं।