सीतामढ़ी: सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने समस्तीपुर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में आयोजित संसदीय समिति की बैठक में सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर "सीतामढ़ी धाम स्टेशन" करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने इसे माता सीता की जन्मस्थली के सांस्कृतिक महत्व से जोड़ते हुए कहा कि यह क्षेत्र धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से बेहद खास है, इसलिए इसका नाम "धाम" से जोड़ना उचित होगा।
वासिंग पिट की कमी बनी बाधा
बैठक में सांसद ने वाशिंग पिट की कमी को प्रमुख समस्या बताया। उन्होंने कहा कि वाशिंग पिट के अभाव में सीतामढ़ी से नई ट्रेनों का परिचालन नहीं हो पा रहा है। इसके कारण ट्रेनों का रुकने का समय भी सीमित हो गया है। उन्होंने जल्द से जल्द वाशिंग पिट निर्माण की मांग की।
विशेष यात्रियों के लिए सुविधाओं की मांग
सांसद ठाकुर ने दिव्यांग, महिला और बुजुर्ग यात्रियों के लिए अलग टिकट काउंटर की आवश्यकता जताई। इसके अलावा, उन्होंने सीतामढ़ी से पटना जाने वाली ट्रेन (15505) दरभंगा-पाटलिपुत्रा का ठहराव डुमरा, गाढ़ा, रुन्नीसैदपुर और रामवृक्ष बेनीपुरी गांव स्टेशनों पर सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया।
प्लेटफार्म निर्माण की मांग
रुन्नीसैदपुर स्टेशन पर प्लेटफार्म की कमी की समस्या को उठाते हुए उन्होंने यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए प्लेटफार्म निर्माण की मांग की।
सांसद के इन प्रस्तावों का उद्देश्य सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन को न केवल सांस्कृतिक पहचान दिलाना है, बल्कि इसे आधुनिक सुविधाओं से भी लैस करना है।