टिकटोक (Tik Tok), जो किसी समय भारत में सबसे लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में से एक था, एक बार फिर चर्चा में है। हाल ही में खबरें आई हैं कि अरबपति एलन मस्क, जो ट्विटर (अब X) के मालिक हैं, टिकटोक को खरीदने की योजना बना सकते हैं। अमेरिका में टिकटोक के 17 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं, और इस प्लेटफॉर्म ने दुनियाभर में अपनी पहचान बनाई है। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर मस्क टिकटोक को खरीद लेते हैं, तो क्या भारत में यह फिर से वापसी कर सकता है?
टिकटोक का भारत में प्रतिबंध
2020 में, भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा और डेटा प्राइवेसी के मुद्दों का हवाला देते हुए टिकटोक सहित 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया था। यह प्रतिबंध भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के दौरान लगाया गया था। टिकटोक, जो भारत में 20 करोड़ से अधिक यूजर्स का नेटवर्क बना चुका था, अचानक बंद हो गया। इस फैसले से न केवल यूजर्स बल्कि हजारों कंटेंट क्रिएटर्स की आजीविका पर भी असर पड़ा।
अमेरिका में टिकटोक पर संकट
अमेरिका में भी टिकटोक को लेकर विवाद चल रहा है। वहां की सरकार ने इस प्लेटफॉर्म पर चीनी सरकार के साथ डेटा शेयरिंग के आरोप लगाए हैं। हालांकि, टिकटोक ने बार-बार इस आरोप को खारिज किया है। फिर भी, अमेरिका में टिकटोक के खिलाफ प्रतिबंध की संभावना बनी रहती है। लेकिन इसके 17 करोड़ यूजर्स के चलते यह आज भी सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में से एक बना हुआ है।
एलन मस्क और टिकटोक का संभावित अधिग्रहण
एलन मस्क, जो टेक्नोलॉजी और इनोवेशन की दुनिया में बड़ा नाम हैं, ट्विटर खरीदने के बाद से ही सोशल मीडिया को लेकर नए प्रयोग कर रहे हैं। उनकी योजना X (ट्विटर) को "ऑल-इन-वन" एप्लिकेशन बनाने की है, जिसमें कंटेंट शेयरिंग, पेमेंट्स और शॉर्ट वीडियो जैसे फीचर्स होंगे। अगर मस्क टिकटोक को खरीदते हैं, तो यह सौदा सोशल मीडिया की दुनिया में एक बड़ी क्रांति ला सकता है।
Tik Tok को खरीदने में दिलचस्पी
ट्रंप और एलन मस्क के अलावा लैरी एलिसन भी टिकटॉक को खरीदने में दिलचस्पी दिखा चुके हैं. इसके अलावा दुनिया के नंबर 1 यूट्यूबर मिस्टर बीस्ट भी टिकटॉक खरीद सकते हैं। टिकटॉक की मार्केट वैल्यू 150 से 300 बिलियन डॉलर है। अमेरिका में TikTok के करीब 17 करोड़ यूजर्स हैं।
क्या भारत में हो सकती है टिकटोक की वापसी?
अगर एलन मस्क टिकटोक को खरीद लेते हैं, तो भारत में इसकी वापसी की संभावना बढ़ सकती है।
- नई रणनीति: मस्क अपने ऐप्स के लिए नई बिजनेस रणनीतियों और तकनीकी सुरक्षा फीचर्स को लागू करने के लिए जाने जाते हैं। वे भारत सरकार की चिंताओं को दूर करने के लिए टिकटोक में डेटा प्राइवेसी और स्थानीय कानूनों के अनुसार बदलाव कर सकते हैं।
- यूजर्स का प्यार: टिकटोक के प्रति भारतीय यूजर्स का लगाव आज भी बना हुआ है। इसके बंद होने के बाद कई भारतीय विकल्प सामने आए, लेकिन कोई भी टिकटोक जैसा प्रभाव नहीं डाल सका।
- कंटेंट क्रिएटर्स का प्लेटफॉर्म: मस्क अगर टिकटोक को रीलॉन्च करते हैं, तो यह भारतीय कंटेंट क्रिएटर्स को एक बार फिर से बड़ा मंच दे सकता है।
भारत सरकार का रुख अहम
हालांकि, टिकटोक की वापसी पूरी तरह से भारत सरकार के रुख पर निर्भर करेगी। सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी ऐप का डेटा भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में न डाले। अगर एलन मस्क डेटा सुरक्षा को प्राथमिकता देकर भारत सरकार को विश्वास में लेते हैं, तो टिकटोक की वापसी संभव हो सकती है।
निष्कर्ष
टिकटोक की वापसी पर भारतीय यूजर्स के साथ-साथ कंटेंट क्रिएटर्स भी उत्साहित होंगे। एलन मस्क के अधिग्रहण के बाद प्लेटफॉर्म में जो भी बदलाव होंगे, वे टिकटोक को पहले से अधिक सुरक्षित और आकर्षक बना सकते हैं। अब देखना यह है कि क्या मस्क वाकई इस डील को अंजाम देते हैं और भारत सरकार इस पर क्या कदम उठाती है।