नेपाल के तराई क्षेत्रों में पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश का असर अब सीतामढ़ी ज़िले में दिखने लगा है। सुरसंड प्रखंड के सिमियाही पंचायत में बहने वाली रातो नदी उफान पर है। तेज़ बहाव के कारण गांव को जोड़ने वाली मुख्य पक्की सड़क का करीब 20–50 फीट हिस्सा बह गया, जिससे सिमियाही समेत कई गांवों का संपर्क टूट गया है।
गांवों में घुसा पानी
तेज़ धार का पानी खेतों और घरों में घुसने से सिमियाही, दिवारी, मतौना और आसपास के कई गांव जलमग्न हो गए हैं। सिर्फ सिमियाही के वार्ड 4, 5 और 6 में ही लगभग 300 से अधिक परिवार सीधे बाढ़ की चपेट में हैं। कई घरों में पानी घुस जाने से लोग अपने सामान और पशुधन को बचाने में जुटे हैं। कुछ परिवार सुरक्षित स्थानों और स्कूल भवनों में शरण ले रहे हैं।
आवागमन ठप
एनएच-227 और ग्रामीण सड़कों के टूटने से आवागमन पूरी तरह बाधित है। नावों की कमी के कारण लोगों को एक गांव से दूसरे गांव जाने में भारी मुश्किलें हो रही हैं। मरीजों और बुजुर्गों के लिए हालात और गंभीर हो गए हैं।
राहत कार्य में देरी
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन ने अब तक राहत सामग्री और पर्याप्त नावों की व्यवस्था नहीं की है। हालांकि, सीओ और अन्य अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायज़ा लिया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
खतरा अभी बरकरार
मौसम विभाग और विशेषज्ञों के अनुसार, नेपाल में बारिश का सिलसिला जारी रहने से रातो नदी समेत सीमावर्ती नदियों में पानी का स्तर और बढ़ सकता है। जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी है।

