सावन और श्रावणी मेले में कई श्रद्धालुओं की भक्ति देखते ही बनती है लेकिन सुल्तानगंज में सोमवार को पहुंची एक 70 वर्षीय महिला बम को सुरक्षा घेरे में देख, उन्हें न जानने वालों के मन में सवाल खड़ा हो गया कि आखिर ये महिला है कौन? क्या कोई अधिकारी या कोई नेता? जवाब मिला- बाबा भक्त। ऐसी बाबा भक्त जो कोरोना काल के पहले तक 37 बार डाक बम बनी और दौड़ लगातार बाबा धाम देवघर पहुंची। ऐसी बाबा भक्त, जो शिक्षिका भी रहीं हैं। उनकी भक्ति-भाव में कोई विघ्न न पड़े इसलिए उन्हें सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जाती है।
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इस बार सोमवार को कृष्णा बम ने भरा जल
सोमवार यानी 25 जुलाई को सुल्तानगंज में शिवभक्तों का हुजूम उमड़ा। इन श्रद्धालुओं में सबसे खास थीं मुजफ्फरपुर की कृष्णा बम। जिन्हें माता बम के नाम से भी जाना जाता है। कृष्णा बम पिछले कई दशकों से सावन के प्रत्येक सोमवारी को डाक कांवर लेकर बाबाधाम के लिए पैदल यात्रा करती आयी हैं। लेकिन इस बार श्रावणी मेला 2022 में पहुंची कृष्णा बम सोमवार के बदले मंगलवार को जलार्पण के लिए सुल्तानगंज आयीं। जहां गंगा स्नान करने के बाद जल भरकर वो देवघर के लिए रवाना हुईं।
सुल्तानगंज में नया घाट देखकर हुईं खुश
कृष्णा बम ने कहा कि मुझे एक आशा थी गंगोत्री धाम की तरह सुलतानगंज घाट बने। 40 वर्ष के बाद गंगा घाट की सूरत बदल गयी। यह पूरा होते देख मैं बहुत खुश हूं। बाबा भोलेनाथ की कृपा से पीएम नरेंद्र मोदी ने ऐसा कर दिखाया। सुलतानगंज घाट काफी आकर्षक व खूबसूरत बन गया है। जिला प्रशासन की व्यवस्था भी बेहतर है।
कृष्णा बम संग सेल्फी की होड़, पहुंची देवघर
कृष्णा बम को विशेष सुरक्षा घेरे में पूरे रास्ते ले जाया गया। इस दौरान रास्ते में श्रद्धालु और अन्य लोग ही नहीं बल्कि खुद सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी भी उत्साहित दिखे। सभी उनके साथ एक सेल्फी लेने के लिए प्रयासरत दिखे। जबकि कई श्रद्धालु आकर कृष्णा बम के चरण छूने को उतावले दिखते रहे। कृष्णा बम को रास्ते में कई बार हल्की तकलीफ का भी सामना करना पड़ा। लेकिन पुलिसकर्मी भी उन्हें मदद करते दिखे। मंगलवार को कृष्णा बम बाबाधाम देवघर स्थित मंदिर पहुंची और जलार्पण किया।
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पिछली बार हुई थी परेशानी
बता दें कि कृष्णा बम को पिछली बार देवघर मंदिर में विशेष सुविधा नहीं मिली थी। जिसके कारण उन्हें जलार्पण में कठिनाई हुई थी। कृष्णा बम ने कहा कि पिछली बार ही भोलेनाथ को यह कह दिया था कि अब सोमवारी को जल नहीं चढ़ा सकूंगी। कृष्णा बम ने अब केवल एक ही मंगलवार को जल अर्पण करने का फैसला लिया है।
कृष्णा बम को विशेष सुरक्षा के बीच लाया गया
सुरक्षाकर्मियों के मजबूत कवच के बीच उन्होंने सुल्तानगंज में गंगा स्नान किया और जल भरकर रवाना हुईं। कृष्णा बम का सुल्तानगंज गंगा घाट पर जिला प्रशासन की ओर से भव्य स्वागत किया गया। बता दें कि सुल्तानगंज में अब हरिद्वार गंगा घाट की तर्ज पर नमामि गंगे योजना के तहत नया और बेहद खुबसूरत सीढ़ी घाट बन गया है। जिसे देखकर कृष्णा बम भी काफी प्रसन्न हुईं।
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