श्रावण मास शिवभक्तों के लिए बेहद खास माह होता हैं। श्रावण माह में भक्तों को अनेक रूप में शिव दरबार जाते देखें होंगे। देश के अनेक जगहों पर शिव भक्त कांवड़ियों की भारी भीड़ भोले बाबा के दर्शन के लिए मंदिर जाती है।
300 किलोमीटर यात्रा पर निकले है दिव्यांग भक्त
इस बार इन्हीं कांवड़ियों में एक ऐसा दिव्यांग कांवड़िया भी दिखा जो एक पैर से गोमुख से सोनीपत हरिणाया करीब 300 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा पर निकला है। इसे देखकर सबका कहना है कि कोई शिवभक्त ही ऐसा करने का साहस रखता हैं। यह शिवभक्त कांवड़िया गौमुख से गंगा जल लेकर अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहा है, जो अभी तक करीब 200 किलोमीटर का सफर कर चुका है। इस शिव भक्त को देख हर कोई हैरान है।
इस दिव्यांग भक्त का नाम पवन दुर्गम हैं। दिव्यांग पवन दुर्गम पहाड़ियों से होते हुए पैदल चलकर भगवान शंकर की भक्ति में लीन होकर शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए निकल पड़ा है। उत्तर भारत के तमाम हाईवे शिवभक्त कावड़ियों की आस्था की डगर बन रहे हैं। अनेक प्रकार की रंग-बिरंगी कांवड़ लोगों के आर्कषण का केंद्र बनी हुई हैं। कोई कलयुग के श्रवण कुमार बने हुए है तो कोई 250 फिट का कांवर लेकर जा रहें हैं। उसी तरह कई शिवभक्त भोले ऐसे भी देखे गए हैं, जो अपने सामर्थ्य से ज्यादा हौसले के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं।
वीडियो देखने के लिए इस फोटो पर क्लिक कीजिये
Click Here
सोनीपत का रहने वाला है दिव्यांग भक्त
ऐसा ही कुछ मुजफ्फरनगर में उस समय देखने को मिला जब हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला एक दिव्यांग कांवड़िया पवन वहां पहुंचा। दिव्यांग पवन ने बताया कि वह उत्तराखंड के गोमुख से जहां मां गंगा प्रकट हो रही हैं, वहां से जल भरकर सोनीपत अपने गांव की ओर जा रहा है।
हादसे के वजह से काटनी पड़ी टांगे
पवन ने अपनी इस हालत का जिक्र करते हुए बताया कि एक हादसे में वह बुरी तरह जल गया था और डॉक्टरों को उसकी एक टांग काटनी पड़ी थी। इसके साथ ही पवन कुमार ने बताया कि वह 14 साल से कावंड़ ला रहा है और टांग कटने के बाद 5 साल से लगातार कांवड़ लेकर आ रहा है। हालांकि इस बीच पवन जब मुजफ्फरनगर से गुजरा तो हर कोई उसके इस जज्बे और अटूट श्रद्धा को देख हैरान रह गया। जिसके बाद लोगों ने उसके वीडियो बनाए जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं।