09 मार्च को अचानक पंचायत के मुखियाइन 38 वर्षीय रेखा देवी अचानक गायब हो गई थी। |
Sitamarhi Mahila Mukhiya: सीतामढ़ी जिले में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, ऐसा मामला जो शायद इससे पहले कभी सामने नहीं आया हो। दरअसल इस बार ही पंचायत चुनाव जीती एक महिला मुखिया (मुखियाइन) को अपनी ही पंचायत के एक व्यक्ति से प्यार हो गया। प्यार का परवान कुछ इस कदर चढ़ा की मुखियाइन अपने तीन बच्चे और पति को छोड़कर प्रेमी संग फरार हो गई। |
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पति ने सीतामढ़ी के कन्हौली थाने में FIR दर्ज कराया हैं।यह मामला कन्हौली थाना क्षेत्र के खाप खोपराहा पंचायत की हैं। इसी बार के चुनाव में रेखा देवी मुखिया पद पर जीती थी। 09 मार्च को अचानक पंचायत के मुखियाइन 38 वर्षीय रेखा देवी गायब हो गई। काफी खोजबीन और मस्कत करने के बाद मुखिया पति के द्वारा स्थानीय थाना में अपहरण का मामला दर्ज कराया गया है। जिसमें गांव के ही तीन लोगों को आरोपित किया है। मुखिया पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि गांव के ही संजय कापर, विजय कापर और राम प्रयास कापर ने उसकी पत्नी रेखा देवी का अपहरण कर लिया है। जिसमें बताया गया है कि यह तीनो शादी की नीयत और महिला पति के व्यक्तिगत छवि को धूमिल करने के उद्धेश्य से बहला फुसलाकर ले गया है। मुखिया पति ने बताया कि दिनांक 9 मार्च को सुबह टहलने के दौरान वह गायब हो गई। उसके बाद से ऐन पत्नी की काफी तलाश किया बावजूद नहीं मिली और उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ है। थक हारकर दिनांक 15 मार्च को थाने में अपनी पत्नी के अपहरण होने का मामला दर्ज कराया। |
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गांव से लेकर शहर तक अब यह मामला चर्चे में है। लोगों का कहना है की वह इतनी उम्र के बाद भी प्रेमी संग फरार हो है। बच्चा भी स्याना है और बच्चो के शादी के जगह अपनी ही शादी रचाने के लिए फरार हो गई। महिला मुखिया के दो पुत्र व एक पुत्री हैं। सबसे बड़ा पुत्र 21 वर्ष का हैं, जो पटना में रहकर पढ़ाई कर रहा हैं। दूसरी पुत्री हैं जो मैट्रिक कर रही है। वही तीसरा है जो नौवीं वर्ग का छात्र है। वहीं खाप खोपराहा पंचायत के कुछ ग्रामीणों ने बताया की इससे भली अच्छी थी हमारी पुरानी भारतीय संस्कृति जहां हमारी बहू बेटियां पर्दे में रहा करती थी। जिससे चोर उचक्के और बुरी नजर वालों से हमारा परिवार बचा रहा करता था। पर इस नीतीश सरकार सरकार के महिला आरक्षण बिल ने हमारी बहू बेटियों को सड़कों पर ला दिया है। जिस कारण इस तरह की घटना अब आम होती जा रही है। मां, बेटी, भाई, बहन, देवर, पड़ोसी और गांव मोहल्ले के रिश्तेदार सभी रिश्तों पर याब असर पड़ने लगा है। रिश्ते लगातार कलंकित हो रहे हैं। जैसा कि आज एक माँ ने भागकर अपने जवान बेटे बेटियों को कलंकित कर दिया है। अगर ऐसा ही होता रहा तो एक दिन हमारे भारतीय संस्कृति का नाश हो जाएगा और आम लोगों का मां और ममता शब्द से विश्वास उठ जाएगा। |