जिलाधिकारी ने बैठक कर किया समीक्षा, अब प्रत्येक सप्ताह होगी समीक्षा बैठक।
सीतामढ़ी: जिलाधिकारी ने समाहरणालय स्थित परिचर्चा भवन में हर खेत को पानी योजना को धरातल पर तेजी के साथ उतारने को लेकर बैठक किया। उन्होंने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य जिले के सिंचित क्षेत्र के अलावे असिंचित क्षेत्र में बेहतर सिंचाई व्यवस्था सुनिश्चित कर करना है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक खेत को सिंचाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने हेतु जिले में इस योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि एनआईसी द्वारा विकसित एप्प के माध्यम से कृषि विभाग के कर्मियों द्वारा हराजस्व ग्राम में क्षेत्रवार क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया जा रहा है। सर्वेक्षण में सिंचित एवं असिंचित क्षेत्रों की पहचान की गई है तथा किसानों से बेहतर सिंचाई के लिए सुझाव भी लिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि यह एक तकनीकी सर्वेक्षण है जो जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग तथा ऊर्जा विभाग के साथ-साथ पंचायती राज विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। 845 राजस्व ग्रामों के विरुद्ध अभी तक 400 राजस्व ग्राम में बैठक आयोजित की गई है। इस योजना का सफलतापूर्वक संचालन के लिए जिला स्तरीय मॉनिटरिंग समिति का गठन किया गया है। कार्यपालक अभियंता जल संसाधन विभाग जिला स्तरीय मॉनिटरिंग समिति के नोडल पदाधिकारी हैं ।
इसके अतिरिक्त कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई प्रमंडल सीतामढ़ी, जिला कृषि पदाधिकारी सीतामढ़ी, विद्युत कार्यपालक अभियंता सीतामढ़ी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी इसके सदस्य हैं ।
प्रखंड स्तरीय तकनीकी संरक्षण दल में प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कनीय विद्युत अभियंता, कनीय अभियंता लघु जल संसाधन विभाग, कनीय अभियंता जल संसाधन विभाग आदि हैं।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी संबंधित विभाग आपस में समन्वय कर इस योजना को तेजी के साथ धरातल पर उतारे। जितना जल्द हो सके सर्वे रिपोर्ट उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि अब प्रत्येक सप्ताह की समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी।
उक्त बैठक में अपर समाहर्ता मुकेश कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, निर्देशक डीआरडीए ,कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई ,ऊर्जा, जल संसाधन सहित सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।