आज बिहार विधान सभा में उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बजट पेश किया..पढ़िए कुछ खास बातें..
◾ वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने 55 मिनट में पेश किया 2,18,303 करोड़ रुपये का बजट, यह बीते साल से 6542 करोड़ ज्यादा है।
◾वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए बिहार का अनुमानित बजट 2 लाख 18 हजार 303 करोड़ रुपये का होगा। यह पिछले वित्तीय वर्ष से करीब 9 हजार करोड़ रुपये ज्यादा है। इस बार राजकोषीय घाटा 3 फीसदी के आसपास रहने का अनुमान है।
◾बजट में सबसे ज्यादा शिक्षा विभाग का बजट, 21 हजार 900 करोड़ शिक्षा बजट का प्रावधान, कुल बजट का 21.94 प्रतिशत ।
◾स्वास्थ्य विभाग का बजट 6927 करोड़ ।
◾ग्रामीण विकास विभाग का बजट 16 हजार 782 करोड़ ।
◾लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग का बजट 2 हजार 492 करोड़ ।
◾समाज कल्याण विभाग का बजट 8190.85 करोड़ ।
◾ग्रामीण कार्य विभाग का बजट 7313 करोड़ ।
◾पथ निर्माण विभाग का बजट 4410 करोड़ ।
◾ उच्च शिक्षा के लिए अविवाहित महिलाओं को 25 हजार और स्नातक उत्तीर्ण होने पर महिलाओं को 50 हजार की आर्थिक सहायता दी जायेगी ।
◾ हर खेत में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे।
◾ हर गांव में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाए जाएंगे।
◾स्ट्रीट लाइट के लिए 150 करोड़ रुपए का प्रावधान।
◾ 20 लाख से ज्यादा रोजगार के नए अवसर सृजित किये जाएंगे।
◾ 05 जिलों में फार्मेसी कॉलेज खोले जाएंगे।
◾ राज्य में एक और नए इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की जाएगी।
◾हर जिले में मेगा स्किल सेटर बना युवाओं के रोजगार के लिए मौके बढ़ाए जाएंगे।
◾बिहार में मछलीपालन को इतना बढ़ाया जाएगा कि यहां की मछली दूसरे राज्यों में जाएगी।
◾पशुओं के लिए हर 8-10 पंचायत पर अस्पताल बनाया जाएगा.इनको टेलीमेडिसिन की भी सुविधा दी जाएगी.देशी गोवंश के लिए 'गोवंश विकास संस्थान' की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए 500 करोड़ का बजट दिया गया है।
◾दिल में छेद वाले बाल मरीजों का मुफ्त इलाज कराएंगे.इस योजना के लिए 300 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
◾ महिलाओं के लिए उद्योग विभाग के बजट में 200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया जा रहा है।
◾महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए विशेष योजना लायी जाएगी। उनके उद्यम में अधिकतम पांच लाख रुपये अनुदान और अगला पांच लाख मात्र एक फीसद ब्याज पर दिया जाएगा।उद्योग विभाग में इस योजना पर दो सौ करोड़ रुपये के बैकअप का प्रबंध किया गया हैं।
◾महिलाओं को ब्याज मुक्त राशि दी जाएगी।
◾वित्त मंत्री ने शायरी के साथ बजट भाषण का समापन किया - 'उनकी शिकवा है कि मेरी उड़ान कुछ कम है,मुझे यकीन है कि ये आसमां कुछ कम है, वाकिफ कहां जमाना हमारी उड़ान से वो और थे जो हार गए आसमां से, रख हौसला वह मंजर भी आएगा, प्यासे के पास, चलकर समंदर भी आएगा, थककर न बैठ मंजिल के मुसाफिर, मंजिल भी मिलेगी और मिलने का मजा भी आएगा’ ।
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