केंद्रीय खाद्य मंत्री ने पांच एवं दस किलो के पैक में भारत चावल को लांच किया। इसकी बिक्री नेफेड एवं एनसीसीएफ (भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ) के साथ केंद्रीय भंडार के आउटलेट एवं प्रमुख ई-कामर्स प्लेटफार्म के माध्यम से की जाएगी। सरकार ने दावा किया है कि यह चावल औसत खुदरा कीमत से लगभग 34 प्रतिशत सस्ता है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
बढ़ती महंगाई पर नियंत्रण की कोशिशों के तहत केंद्र सरकार ने खुले बाजार में भारत चना दाल और आटा के बाद अब भारत चावल भी उतार दिया है। केंद्रीय खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को पांच एवं दस किलो के पैक में 29 रुपये प्रति किलो की दर से भारत चावल को लांच किया।
नेफेड एवं एनसीसीएफ के जरिए होगी बिक्री
इसकी बिक्री नेफेड एवं एनसीसीएफ (भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ) के साथ केंद्रीय भंडार के आउटलेट एवं प्रमुख ई-कामर्स प्लेटफार्म के माध्यम से की जाएगी। सरकार ने दावा किया है कि यह चावल औसत खुदरा कीमत से लगभग 34 प्रतिशत सस्ता है।
पीयूष गोयल ने इसकी सांकेतिक बिक्री की शुरुआत पांच लाभार्थियों को पांच-पांच किलो के पैक के जरिए की। भारत चावल से लदी 100 मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। पहले चरण में खुदरा बाजार में बिक्री के लिए पांच लाख टन चावल उतारा गया है। गोयल ने कहा कि सरकार की इस पहल से मध्यम वर्ग पर अतिरिक्त बोझ न पड़ेगा।
भारत सरकार ने हाल ही में भारत राइस की शुरुआत की है, जिसका मुख्य उद्देश्य गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को सस्ते दाम पर चावल प्राप्त करने का है। इस योजना के तहत, भारत राइस की कीमत 29 रुपये प्रति किलोग्राम रखी गई है। यह योजना हर शुक्रवार को लागू की जाएगी और लोगों को इसके लिए स्टॉक की जानकारी भी दी जाएगी।
भारत राइस योजना के तहत, सरकार ने राष्ट्रीय अनाज वितरण प्रणाली के माध्यम से इसे लॉन्च किया है। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि गरीब और मध्यम वर्ग के लोग अच्छी गुणवत्ता वाले चावल को सस्ते दाम पर प्राप्त कर सकें। इससे उनकी आर्थिक बोझ कम होगा और वे अच्छे भोजन का आनंद उठा सकेंगे।
Source:Jagran