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सीतामढ़ी: सीतामढ़ी जिला के स्थापना वर्ष की पचासवीं वर्ष गांठ एवं बिहार दिवस (Bihar Diwas) के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय सीतामढ़ी महोत्सव का शुभारंभ डीएम-एसपी ने दीप प्रज्जज्वलित कर किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में जिलाधिकारी ने समस्त जिलावासियों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए कहा कि 11 दिसंबर 1972 को तत्कालीन मुजफ्फरपुर जिला से अलग होकर सीतामढ़ी जिला अस्तित्व में आया, तब से लेकर आज तक बिहार के विकास के साथ-साथ सीतामढ़ी जिला भी न्याय के साथ विकास के पथ पर अग्रसर है।
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सीतामढ़ी ऐतिहासिक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत से परिपूर्ण एक महत्वपूर्ण जिला है, जो आदर्श नारी की प्रेरणा स्त्रोत मां जानकी की जन्मस्थली भी है । सीतामढ़ी जिले में अनेकों पवित्र मंदिर और दरगाह भी है। जो धार्मिक आस्था और गंगा जमुनी संस्कृति का परिचायक भी है जिसके फलस्वरूप जिले में सौहार्दपूर्ण वातावरण कायम है ।
शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क बिजली, महिला सशक्तिकरण, कृषि,सात निश्चय योजना एवम समाज कल्याण आदि से संबंधित योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पायदान तक सुगमता के साथ पहुंच सके इसके लिए जिला प्रशासन पूरी गंभीरता के साथ कार्य कर रहा है। इसके साथ साथ नशा मुक्ति, बाल विवाह एवम दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरूतियो के विरुद्ध जन अभियान के तहत व्यापक कार्यक्रम भी चलाए जा रहे है, वही दूसरी तरफ शराब बंदी को जिले में प्रभावकारी रूप से लागू करने को लेकर सख्त से सख्त कदम भी उठाए जा रहे है । मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी के सहयोग से सीतामढ़ी जिला चहुमुखी विकास और उन्नति के मार्ग पर निरंतर अग्रसर रहेगा।
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पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय, अपर समाहर्ता विभागीय जाँच, कृष्ण कुमार गुप्ता, डीडीसी विनय कुमार ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
प्रियंका कुमारी, गीतकार गीतेश, शहनशाह आलम, संजय कुमार कुंदन, रामाशंकर मिश्र, मीनाक्षी मीनल, संजय कुमार कुंदन की हास्य एवम व्यंग की कविताओं ने दर्शकों को झूमा दिया।
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