शिक्षा के मामले में आज भले ही भारत
दुनिया के कई देशों से पीछे हो, लेकिन
एक समय था, जब
हिंदुस्तान शिक्षा का केंद्र हुआ करता था। भारत में ही दुनिया का पहला
विश्वविद्यालय खुला था, जिसे
नालंदा विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है। प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय की
स्थापना गुप्त काल के दौरान पांचवीं सदी में हुई थी, लेकिन सन् 1193 में आक्रमण के
बाद इसे नेस्तनाबूत कर दिया गया था। तब से ये विश्वविद्यालय सिर्फ इतिहास के पन्ने में सिमट कर रहा गया था,लेकिन
फिर से नालंदा यूनिवर्सिटी अपने एक नए रूप का विश्वगुरु बनने को तैयार है तो आज के
इस पोस्ट में देखिये नालन्दा विश्वविद्यालय के ख़ूबसूरती को .