सीतामढ़ी: भारत-नेपाल सीमा (Indo-Nepal border) पर पकड़े गए चीनी नागरिकों का नोएडा, दिल्ली के साथ तीन अन्य राज्यों का भी कनेक्शन सामने आया है। उनके पास से बरामद 6 सिम कार्ड में 1 असम, 2 महाराष्ट्र और 3 नगालैंड के हैं।
असम के दो युवक के नाम का एटीएम कार्ड बरामद:
गिरफ्तार चीनी नागरिकों से जो एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं, वह असम के दो युवक सिमंता राभा और अर्शन बसुमतारी के नाम से जारी किए गए हैं। इन्हें ICICI बैंक ने इश्यू किया है। वहीं एयरटेल और जियो कंपनी के मोबाइल नंबर लिखे हुए कागज के टुकड़े भी मिले हैं। फिलहाल पुलिस हर एंगल की जांच में जुटी है। अलग अलग लोगों के नाम के एटीएम कार्ड की भी जांच की जा रही है।
18 दिनों तक करते रहे भ्रमण:
दरअसल भारत की सीमा में चुपके से घुसे दो चीनी नागरिकों को एसएसबी ने सीतामढ़ी से गिरफ्तार किया (Two Chinese National Arrested in Sitamarhi) था। यह दोनों 20 दिन पहले नेपाल के काठमांडू से टैक्सी लेकर दिल्ली के नोए़़डा पहुंचे थे। इनके पास ना तो पासपोर्ट था और ना ही वीजा। बावजूद इसके दोनों भारत के विभिन्न जगहों पर घूमते रहे और इस दौरान भारत में मौजूद अपने दोस्तों से मुलाकात भी की। दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया साथ ही आगे की कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई थी।
गर्लफेंड के साथ कैरी गिरफ्तार:
इनके बारे में पुलिस ने जानकारी दी है कि 17 दिनों तक वह नोएडा में रहे लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। इन दोनों चीनी जासूसों को नोएडा में कैरी नामक शख्स ने शरण दी थी। कैरी को गर्लफ्रेंड के साथ गुरुग्राम के फाइव स्टार होटल से गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल कैरी और उसकी गर्लफ्रेंड से पुलिस पूछताछ कर रही है। चाइनीज नागरिक 28 वर्षीय लू लंग और 34 वर्षीय युंगहईलंग के बारे में जानकारी ली जा रही है।
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नोएडा की फैक्ट्री से हो सकता है संबंध:
ग्रेटर नोएडा में कई चाइनीज इलेक्ट्रॉनिक और कंस्ट्रक्शन फैक्ट्री हैं। इनमें बड़ी संख्या में चीनी नागरिक काम करते हैं। पुलिस ने आशंका जताई है कि ऐसी ही किसी फैक्ट्री में काम करने वाला दोनों चीनी नागरिकों का मददगार हो सकता है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
थाईलैंड के रास्ते काठमांडू, फिर भारत:
एसएसबी ने गिरफ्तार चीनी नागरिकों के बारे में बताया था कि भारतीय सीमा पार कर नेपाल जाने की कोशिश कर रहे इन दो नागरिकों को सीमा स्तंभ संख्या 301 से लगभग 10 मीटर भारत की तरफ से ही पकड़ा गया। संयुक्त पूछताछ में पता चला कि 23 मई को ही दोनों व्यक्ति थाईलैंड के रास्ते काठमांडू आ गए थे। 24 मई कोरा के माध्यम से भारतीय सीमा में प्रवेश कर गए। यहां से टैक्सी से नोएडा अपने दोस्तों से मिलने चले गए। जहां वे 10 जून तक रहे और फिर टैक्सी से ही भिट्ठामोड़ लौटे। वहां से रिक्शा पर बैठकर सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे।
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उनके पास से भारत में आने और जाने का कोई अधिकृत दस्तावेज नहीं था इनसे पूछताछ और अन्य औपचारिकता पूरा करने के बाद आगे की कार्रवाई के लिए सुरसंड थाने की पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया है। इसके बाद दोनों को एसपी के समक्ष प्रस्तुत किया गया। मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस अभिरक्षा में दोनों चीनी नागरिकों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।
खुफिया एजेंसियों पर उठे सवाल:
गिरफ्तार दोनों चीनी नागरिक वुहान शहर के रहने वाले बताए जाते हैं। दो चीनी नागरिक ग्रेटर नोएडा में 15 दिन तक रहे और खुफिया एजेंसियों को इस बात की भनक तक नहीं लगी। हैरानी की बात यह है कि बिना वीजा पासपोर्ट के बेखौफ घूमते रहे चीनी नागरिकों से एजेंसी बेखबर रही।