Russia-Ukraine Crisis: रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष ने भारत के लिए भी एक बड़ा संकट खड़ा कर दिया है। यह संकट है यूक्रेन में फंसे हजारों भारतीय छात्रों (Indian Students in Ukrain) को वहां से सुरक्षित निकालने का। यूक्रेन पर रूस पर हमले के बाद वहां से सभी फ्लाइट ऑपरेशन बंद है, जिसके चलते हजारों भारतीय छात्र और खासतौर से मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्र वहां मुश्किल और खतरनाक परिस्थितियों में फंसे हुए हैं। भारत सरकार ने अपने नागिरकों को वहां से निकालने के लिए 'ऑपरेशन गंगा' के तहत सभी तरह के प्रयास शुरू कर दिए हैं। कुछ स्पेशल फ्लाइट यूक्रेन से भारतीय छात्रों को लेकर वापस भी आ चुकी हैं। हालांकि इस सबके बीच एक सवाल सबके मन में पैदा हुआ है आखिर यूक्रेन में ऐसा क्या है, जो वहां इतनी बड़ी संख्या में भारतीय छात्र मेडिकल पढ़ाई के लिए गए हैं? भारतीय मेडिकल छात्रों के बीच इतना लोकप्रिय यूक्रेन क्यों है? आइए इसका जवाब जानने की कोशिश करते हैं-
यूक्रेन के शिक्षा और विज्ञान मंत्रालय के अनुसार, यूक्रेन में करीब 18,095 भारतीय छात्र हैं और साल 2020 में उसके 24% विदेशी छात्र भारतीय थे। मंत्रालय ने यह भी बताया कि, पूरे यूरोप में ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज में चौथे सबसे अधिक छात्र यूक्रेन में पढ़ते हैं। वहां के सरकारी यूनिवर्सिटीज में फीस कम है और वे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हैं। इसकी तुलना में भारत में प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की फीस काफी अधिक है। यहां तक कि जो प्राइवेट मेडिकल कॉलेज फेमस नहीं है, उनकी भी फीस यूक्रेन की यूनिवर्सिटीज की तुलना में अधिक है।यूक्रेन के शिक्षा और विज्ञान मंत्रालय के अनुसार, यूक्रेन में करीब 18,095 भारतीय छात्र हैं और साल 2020 में उसके 24% विदेशी छात्र भारतीय थे। मंत्रालय ने यह भी बताया कि, पूरे यूरोप में ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज में चौथे सबसे अधिक छात्र यूक्रेन में पढ़ते हैं। वहां के सरकारी यूनिवर्सिटीज में फीस कम है और वे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हैं। इसकी तुलना में भारत में प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की फीस काफी अधिक है। यहां तक कि जो प्राइवेट मेडिकल कॉलेज फेमस नहीं है, उनकी भी फीस यूक्रेन की यूनिवर्सिटीज की तुलना में अधिक है।