अधिक जानकारी के लिए नीचे फोटो पर क्लिक कीजिये
Click Here
नई दिल्ली: खाद्य उत्पादों (Food Products) से लेकर पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) सहित कई वस्तुओं में बढ़ती महंगाई के बीच केंद्र सरकार ने देश के 80 करोड़ लोगों को बड़ा तोहफा दिया है। पीएम मोदी (PM Modi) ने शनिवार शाम एक ट्वीट किया। पीएम के इस ट्वीट के अनुसार पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना (Pradhan Mantri Garib Kalyan Ann Yojana) का दायरा बढ़ा दिया गया है। अब देश की अधिकांश आबादी को अगली दिवाली से पहले तक इस योजना का लाभ मिलेगा।
सरकार ने इस योजना की अवधि को छह महीने बढ़ा दिया है। इसका मतलब है कि अब 30 सितंबर 2022 तक पात्र लागों को फ्री में राशन मिलता रहेगा। इससे पहले इस योजना को 31 मार्च 2022 तक के लिए बढ़ाया गया था। बता दें कि योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने उत्तर प्रदेश का दूसरी बार सीएम बनने के दूसरे ही दिन यानी शनिवार को राज्य में मुफ्त राशन योजना (Free Ration Scheme) को 3 महीने के लिए बढ़ाया है।
अधिक जानकारी के लिए नीचे फोटो पर क्लिक कीजिये
Click Here
समाज के गरीब और कमजोर वर्गों के प्रति चिंता एवं संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएम-जीकेएवाई) की अवधि छह माह और यानी सितंबर 2022 (चरण VI) तक बढ़ा दी है।
पीएम-जीकेएवाई का चरण-V मार्च 2022 में समाप्त होने वाला था। उल्लेखनीय है कि पीएम-जीकेएवाई को अप्रैल 2020 से ही दुनिया के सबसे बड़े खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम के रूप में लागू किया जाता रहा है।
सरकार ने अब तक लगभग 2.60 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं एवं अगले 6 महीनों में सितंबर 2022 तक 80,000 करोड़ रुपये और खर्च किए जाएंगे जिससे पीएम-जीकेएवाई के तहत कुल खर्च लगभग 3.40 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को छू जाएगा।
इस योजना के तहत पूरे भारत में लगभग 80 करोड़ लाभार्थियों को कवर किया जाएगा और पहले की तरह ही इस योजना के लिए आवश्यक धनराशि का इंतजाम पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा ही किया जाएगा।
भले ही कोविड-19 महामारी का प्रकोप काफी हद तक कम हो गया हो और देश में आर्थिक गतिविधियां निरंतर तेज गति पकड़ रही हों, लेकिन पीएम-जीकेएवाई की अवधि बढ़ाने से यह सुनिश्चित होगा कि आर्थिक रिकवरी के मौजूदा समय में कोई भी गरीब परिवार भूखा सोने पर विवश न हो।
विस्तारित पीएम-जीकेएवाई के अंतर्गत, प्रत्येक लाभार्थी को एनएफएसए के तहत मिल रहे खाद्यान्न के अपने सामान्य कोटे के अलावा प्रति-व्यक्ति प्रति-माह, अतिरिक्त 5 किलो निःशुल्क राशन मिलेगा। इसका मतलब है कि प्रत्येक गरीब परिवार को सामान्य मात्रा से लगभग दोगुना राशन मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने पीएम-जीकेएवाई के तहत चरण V तक लगभग 759 एलएमटी खाद्यान्न निःशुल्क आवंटित किया था। इस विस्तार (चरण VI) के तहत, 244 एलएमटी निःशुल्क खाद्यान्न के साथ, पीएम-जीकेएवाई के तहत निःशुल्क खाद्यान्न का कुल आवंटन अब 1,003 एलएमटी हो गया है।
देश भर में लगभग 5 लाख राशन की दुकानों पर लागू ‘एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड’ (ओएनओआरसी) योजना के माध्यम से किसी भी प्रवासी श्रमिक या लाभार्थी द्वारा निःशुल्क राशन का लाभ उठाया जा सकता है। अब तक, इस योजना के तहत हुए 61 करोड़ से अधिक लेन-देन के जरिये लाभार्थियों को उनके घरों से दूर लाभ मिला है।
सदी की सबसे भीषण महामारी के बावजूद, सरकार द्वारा किसानों को अब तक के सबसे अधिक भुगतान के साथ, अनाजों की अब तक की सबसे अधिक सरकारी खरीद के कारण यह संभव हुआ है। कृषि क्षेत्र में इस रिकॉर्ड उत्पादन के लिए भारतीय किसान, यानि ‘अन्नदाता’- बधाई के पात्र हैं।