पुपरी:आज शिक्षांजली स्कूल पुपरी में निजी विद्यालयों के संचालकों द्वारा लॉक डाउन से बंद पड़े विद्यालयों से हो रही समस्याओं को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपनी आवाज सरकार तक पहुँचाने की प्रयास किया.
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मीडिया को संबोधित करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष अभय कुमार और सचिव एस० के० सुमन ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण 11 महीनों से स्कूल बंद है. बहुत से विधायलयों बंदी के कगार पर है.यदि विधायलयों को अविलंब नहीं खोला गया तो इससे जुड़े सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं बेरोजगार होकर सड़क पर आ जाएगा.
सरकार से जल्द विधायलयों खोलने साथ ही 4-5 वर्षों से लंबित RTE मद की राशि भुगतान करने की मांग किया. ताकि बंद पड़े विधायलयों को पुर्नजीवित किया जाए।
आज पूरा बाजार खुला हुआ है. बसें और रेलगाड़ियां भी चलने लगी. कार्यालयों में आम दिनों के तरह कार्य हो रहें हैं. जनजीवन बिल्कुल सामान्य हो गया है. बंद अगर है तो सिर्फ और सिर्फ और शिक्षण संस्थान. सरकारी शिक्षण संस्थान में कार्यरत कर्मी को समय पड़ वेतन मिल जा रहा है और जो स्कूल सीबीएसई से मान्यता प्राप्त है वे भी किसी बहाने अपना रुपया अभिभावकों से वसूली कर लेते है. बाकी छोटे विद्यालयों के संचालकों, शिक्षकों, और कर्मचारियों भुखमरी के कगार पर पहुँच चुके है.इतना ही नहीं देश के भविष्य कहे जाने वाले बच्चों का ही भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है.उनकी पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित है. लेकिन विंडम्बना यह है कि सरकार तो उदासीन है ही साथ ही अभिभावक लोग भी संवेदनशून्य हो चुके है.
अंत में अभिभावकों से निवेदन करते हुए कहा कि हमारी आजीविका के स्रोत आप ही है.आप अपने बच्चों को भविष्य को सवारने में सरकार से विद्यालय खुलवाने में अपनी आवाज उठाएं. हमलोग भी अपने स्तर से कोशिश कर रहें हैं.
मौके पर प्राइवेट स्कूल एसोशिएशन के अध्यक्ष अभय कुमार, सचिव एस० के० सुमन, अनुमंडल कोषाध्यक्ष राजेह कुमार "राजू" प्रखंड कोषाध्यक्ष सुनील कुमार झा, प्रखंड उप सचिव विशाल कुमार, नवीन कुमार वर्मा, संजय भारती, यशवंत कुमार, कौशल किशोर झा, केशव देव ठाकुर सहित दर्जनों विद्यालय संचालक उपस्थित थे.



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जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा लगा अपने शहर पुपरी का भी एक वेबसाइट हो गया अब अभी छोटे बड़े घटनाओं का का पता चल जाएगा पुपरी से दूर कहि भी
जवाब देंहटाएंधन्यवाद सर! 🙏 ऐसे ही जुड़े रहिए। आगे और कुछ नया देखने को मिलेगा ।
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